बच्चे ऐसे करें टाइप-1 डायबिटीज कंट्रोल

दिशा संस्था ने बंसल क्लीनिक पर लगाया टाइप-1 जांच और ज्ञान शिविर
लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव से करें टाइप-1 डायबिटीज कंट्रोल
आगरा। डायबिटीज एक आम बीमारी बनती जा रही है, जो सभी उम्र के लोगों को प्रभावित कर रही है। खासकर बच्चे भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। इस बीमारी की वजह से शरीर के बाकी अंग भी प्रभावित होते हैं। इसे अपनी लाइफस्टाइल और खानपान में बदलाव कर ही कंट्रोल किया जा सकता है।
दिशा संस्था आगरा द्वारा बंसल क्लीनिक पर टाइप वन के शिकार छोटे बच्चों की जांच और ज्ञान शिविर लगाया गया। इसमें जांच के साथ ही बचने के उपाय भी बताए गए। डाॅक्टर सुनील बंसल ने टाइप-1 शिकार बच्चों की जांच की। इस दौरान बच्चों के अभिभावकों को बताया गया कि इंसुलिन कैसे लगाएं। साथ खान-पान और दिनचर्या में क्या बदलाव करें, के बारे में भी जानकारी दी गई। बताया गया कि खराब लाइफस्टाइल ही इस बीमारी की जड है। इससे हार्ट प्राॅब्लम, डायबिटीज, हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों का भी खतरा रहता है। डायबिटीज टाइप वन एक आनुवांशिक बीमारी है। बच्चों में इसी के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। टाइप 1 डायबिटीज में इंसुलिन बनाने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। इस मौके पर प्रो. डॉ. प्रभात अग्रवाल और प्रो. आशीष गौतम भी मौजूद रहे।