महामना मालवीय मिशन के 46वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में गीता संगोष्ठी एवं काव्य संध्या का किया गया आयोजन
- महामना मालवीय मिशन के 46वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में महामना मालवीय मिशन, आगरा संभाग द्वारा 09 अप्रैल को संस्कृति भवन में किया गया गीता संगोष्ठी एवं काव्य संध्या का आयोजन ।
आगरा :महामना मालवीय मिशन के 46वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में महामना मालवीय मिशन, आगरा संभाग द्वारा संस्कृति भवन, आगरा में गीता संगोष्ठी एवं काव्य संध्या का आयोजना किया गया । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रो0 प्रमोद शर्मा, क्षेत्र कार्यवाह, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड रहे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ0 भीमराव अम्बेड़कर विश्वविविद्यालय की कुलपति प्रो0 आशुरानी जी द्वारा की गयी ।
मुख्य अतिथि प्रो0 प्रमोद शर्मा एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं प्रो0 आशुरानी ने सभी को गीता के उपदेशों को अपने जीवन में अपनाने का आव्हान किया साथ ही उनके द्वारा महामना मालवीय मिशन, आगरा संभाग को गीता संगोष्ठी एवं काव्य संध्या के भव्य आयोजन के लिये बधाई देते हुए मिशन द्वारा किये जा रहे उतकृष्ट कार्याें की सराहना की ।
महामना मालवीय मिशन, आगरा संभाग के महासचिव एवं कार्यक्रम संयोजक राकेश चन्द्र शुक्ला ने बताया कि कार्यक्रम के प्रथम सत्र में आयोजित गीता संगोष्ठी के मुख्य वक्ता राजा बलवंत सिंह महाविद्यालय के भूतपूर्व प्रोफेसर प्रो0 हरिवंश पाण्डेय रहे, जिन्होंने गीता के महत्व के विषय में उपस्थित श्रोताओं को अवगत कराया । इसके साथ ही पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन विभाग के प्रोफेसर प्रो0 लवकुश मिश्र विशिष्ब्ट अतिथि के रूप उपस्थित रहे, जिन्होंने भी गीता पर अपने विचार प्रकट किये । साथ ही गीता मनीषी देवेन्द्र बाजपेयी द्वारा भी गीता पर अपना उद्बोधन दिया गया ।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में काव्य संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें निम्नलिखित कवियोंअपनी रचनाओं से उपस्थित श्रोताओं को आनंदित किया :-
प्रो0 उमापति दीक्षित रामकथा अनुरागी ने
“जीवन के चतुर्दिक विकास में श्रीमद्भगवद्गीता में वर्णित प्रेरक संदेश हमें निरंतर आत्मसात करना होगा । ये हमारे दैनंदिन जीवन को प्रति- पल समृद्ध करते हुए अनुदिन मार्गदर्शन भी करती हैं ।”
काव्य गोष्ठी में प्रो.उमापति दीक्षित ,केंद्रीय हिंदी संस्थान ,आगरा ने नवरात्रि के उपलक्ष्य में माँ शक्ति की उपासना के क्रम में देवी स्तुति और श्लोक वाचन करते हुए अपने आराध्य देवाधिदेव महादेव जी के अनुपम स्तोत्र – शिवतांडव स्तोत्र का सस्वर पाठ भी किया ।
प्रो0 युवराज सिंह वरिष्ठ कवि एवं रचनाकार ने
“वतन मेरे वतन मेरे तुझे कुछ और दे जाऊं
तुझे दिल दे दिया मैंने, मैं अपनी जान दे जाऊं
ये धरती मात है मेरी, मुझे पाला मुझे पोसा
मेरा सौभाग्य मां की गोद में सो जाऊं हो ऐसा
भगत सिंह की तरह हसते हुए शूली पे चढ़ जाऊं
वतन मेरे वतन मेरे तुझे कुछ और दे जाऊं”
डाॅ रुचि चतुर्वेदी अन्तर्राष्ट्रीय कवयित्री ने
“काशी को शिक्षा की काशी बना दिया।
अभ्युदय नव हिंदी भाषी बना दिया।
सत्यमेव जयते उर मस्तक चंदन करते हैं।
महामना के श्री चरणों में वंदन करते हैं।।”
मोहित सक्सेना ओज कवि ने
“वे महामना जो संस्कृति का उद्घोषण करने वाले थे
वे महामना जो संस्कार का पोषण करने वाले थे
वे महामना जो अंधियारे में दीपक धरने वाले थे
वे महामना जो माँ हिंदी की सेवा करने वाले थे
वे महामना जो हर हिन्दू में साहस भरने वाले थे
जो गंगा गीता गायत्री की रक्षा करने वाले थे”
अभिषेक शर्मा, श्रृंगार कवि ने
“अखिल जग का करें कल्याण प्रभु से प्रार्थ करता हूँ ।
रहें समरस सभी आपस में यह ही भाव रखता हूँ ।।
न हो नाता कभी भी बैर से इंसान का जग में ।
यही विनती प्रभु मैं आज बारम्बार करता हूँ ।।”
कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 रत्ना पाण्डेय असिस्टेन्ट प्रोफेसर आई.ई.टी. द्वारा किया गया।
महामना मालवीय मिशन, आगरा संभाग के महासचिव एवं कार्यक्रम संयोजक राकेश चन्द्र शुक्ला ने अपने उद्बोधन में बताया कि महामना मालवीय मिशन, आगरा संभाग द्वारा सूर पीठ, डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, आगरा के साथ संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी के आयोजन की रूप-रेखा तैयार की जा रही है, जिसे शीघ्र ही मूर्तरूप दिया जाएगा ।
कार्यक्रम में आरबीएस काॅलेज के प्राचार्य प्रो0 विजय श्रीवास्तव, आगरा काॅलेज के प्रोफेसर प्रो0 विजय कुमार सिंह, प्रो0 डीसी मिश्रा, श्री सेभनाथ जैसल, डाॅ0 नीलम यादव, सुरेश तिवारी, एस0के0 बग्गा, सतीशदेव त्यागी, मनोज कुमार शर्मा, डी0के0 पाण्डेय, एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति कार्यक्रम में उपस्थित रहे ।