डॉ.भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में होगी एयर लैब की स्थापना, मिलेगा प्रशिक्षण
आगरा: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में उप्र क्लीन एयर मैनेजमेंट प्रोजेक्ट के अंतर्गत एयर लैब स्थापित जाएगी। इसमें वायु प्रदूषण के तत्वों की न सिर्फ जांच होगी, बल्कि लैब स्थापना के साथ राष्ट्रीय कौशल विकास कार्यक्रम संचालित कर प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। शासन ने प्रोजेक्ट के अंतर्गत प्रदेश के चार विश्वविद्यालयों में रीजनल नॉलेज सेटर स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। विश्वविद्यालय ने प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी प्रति कुलपति प्रो. अजय तनेजा को सौंपी है।
उन्होंने बताया कि शासन ने उप्र क्लीन एयर मैनेजमेंट प्रोजेक्ट के अंतर्गत डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के साथ महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय, बुंदलेखंड विश्वविद्यालय, झांसी और चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में यह रीजनल नॉलेज सेंटर (आरकेएस) स्थापित करने के लिए चिह्नित किया है। इन सेंटर में मॉनिटरिंग लैब स्थापित की जाएगी, जिसमें अॉनलाइन और मैनुअल, दोनों स्तर से वायु प्रदूषण के तत्वों की निगरानी की जाएगी। साथ ही इसके प्रशिक्षण के लिए पाठ्यक्रम को निर्धारित कर उनका प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे मानव संसाधन विकसित किया जा सके। साथ ही एक संस्थान स्थापना भी होगी। प्रोजेक्ट के लिए प्रथम चरण की अॉनलाइन बैठकें हो चुकी हैं। वर्ल्ड बैंक द्वारा संचालित इस कार्यक्रम के लिए फंड आदि का निर्धारण शासन स्तर से किया जाना है। फिलहाल आदेश प्राप्त होते ही विश्वविद्यालय इसकी तैयारियों में जुट गया है। प्रोजेक्ट में प्रो. भूपेंद्र स्वरूप सहयोग करेंगे।