आपदा प्रबंधन पर पांच दिवसीय फैकल्टी डवलमेंट कार्यक्रम किया जा रहा आयोजित

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आगरा: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के पालीवाल पार्क परिसर स्थित जुबली हॉल में इन दिनों आपदा प्रबंधन पर पांच दिवसीय फैकल्टी डवलमेंट कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसके दूसरे दिन गुरुवार को वक्ताओं ने प्रतिभागियों को महत्वपूर्ण व आवश्यक जानकारियां उपलब्ध कराई। प्रथम सत्र में ब्रिगेडियर विनोद दत्ता ने रोल आफ यूनीफाॅर्म आर्गनाइजेशन-आर्मी एवं एनसीसी, प्रो. प्रदीप सहानी ने डिजास्टर मैनेजमेंट इन इंडिया पर और द्वितीय सत्र में डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान पर डाॅ. शेखर चतुुर्वेदी और डिजास्टर रिसिलेन्स सोसाइटी प्रिपेडनेस पर डा. रंजीत सिंह ने व्याख्यान दिए।
ब्रिगेडियर विनोद दत्ता ने आपदा की स्थिति में यूनीफाॅर्म आर्गनाइजेशन-आर्मी एवं एनसीसी की भूमिका और उनकी कार्यप्रणाली पर विस्तार से चर्चा के साथ प्रेजेंटेशन दिया। उन्होने प्रदेश व देश में आपदा की स्थिति से निपटने के लिए तीनों सेनाओ के साथ एनसीसी की भूमिका का विस्तृत वर्णन किया। बताया कि किस तरह तमाम छोटी से लेकर बडी आपदाओं की स्थिति में यह संगठन सामूहिक शक्ति के साथ काम करने में अपनी भूमिका सुनिश्चित करते है। रक्षा मंत्री जार्ज फर्नान्डीज के समय को याद करते हुए बताया कि उन्होंने अपने समय में सेना को प्रभावी बनाऐ जाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। विश्व के तमाम देशों में आपदा प्रबंधन, जोखिम और उनसे निपटने के लिए उठाए जाने वाले कदमों और अपने देश में इसे और अधिक प्रभावी तरह से लागू किए जाने के विकल्पों सुझाए।
इग्नू नई दिल्ली के प्रो. प्रदीप सहानी ने डिजास्टर मैनेजमेंट इन इंडिया पर सार गर्भित व्याख्यान दिया और देश में आपदा और उनसे निपटने की तैयारियों की सारगर्भित जानकारी दीं। अपने कई अनुभव साझा किए कि आपदा की स्थिति में थोडी सी जागरूकता से बडे नुकसान बचने के साथ जानमाल की कम से कम हानि सुनिश्चित की जा सकती है।
द्वितीय सत्र में राष्टीय आपदा प्रबन्धन संस्थान दिल्ली के डाॅ. शेखर चतुुर्वेदी ने डिजास्टर मैनेजमेंट प्लान पर चर्चा की। बताया कि प्रत्येक स्तर पर एक बेहतर प्लान से आपदा को सही तरह से मैनेज किया जा सकता है। देश के सभी राज्यों और जिला स्तर तक बनाए गए आपदा प्राधिकरणों में डिजास्टर प्लान वहां की लोकल संभावित आपदाओं के मददेनजर तैयार किया जाता है जो कि ऐसी किसी विषम स्थिति से निपटने में कारगर होता है। दयालबाग एजूकेशनल इंस्टीटयूट के प्रो. रणजीत ने डिजास्टर रिसिलेंस सोसाइटी प्रिपेडनेस विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होने आपदा प्रबंधन में समाज की भागीदारी एवं जागरूकता को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। बताया कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम अपने नागरिको को सामान्य से लेकर गंभीर आपदा तक की स्थितियों से निपटने के लिए उन्हें जागरूक और सक्षम बनाऐं जिससे वे अपने स्तर से भी खुद अपनी सुरक्षा के साथ समाज को सुरक्षित रखने में सहयोग दे सकें। प्रशिक्षको के साथ संस्था निदेशक व संयोजक पंडित दीन दयाल उपाध्याय ग्राम विकास संस्थान डाॅ. मनोज राठौर, डॉ. आयुष मंगल, डाॅ आभा सिंह, नम्रता तोमर, आयुष शुक्ला, डाॅ वर्षा गोयल आदि मौजूद रहीं।

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