सामुदायिक रेडियो 90.4 अब किसानों की बनेगा आवाज़
जैसा की आप और हम सभी जानते है की भारत एक कृषि प्रधान देश है, और इसको ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय का सामुदायिक रेडियो 90.4 आगरा की आवाज़ अब किसान भाइयों की भी आवाज़ बनेगा। जिसके चलते 25 नवंबर को यारा नॉलेज ग्रो सेंटर, उजराई कलां, आगरा में भारत सरकार के रसायन और उर्वरक मंत्रालय के निर्देशन में विश्वविद्यालय के सामुदायिक रेडियो 90.4 “आगरा की आवाज़” और यारा फ़र्टिलाइज़र इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के सौजन्य से कुलपति प्रो. आशु रानी के निर्देशन में दिसंबर 2023 से दिसंबर 2024 (12 माह) के जागरूकता कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह और MOU (अनुबंध) किया गया है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. राजीव मिश्रा (एग्रोनॉमी हेड, यारा इंडिया ) ने की। तो वही मुख्य अतिथि के रूप में विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. अजय तनेजा, विशिष्ट अतिथि रहे विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक प्रो.संजीव कुमार एवं विश्वविद्यालय के सामुदायिक रेडियो से प्रोग्राम एग्जीक्यूटिव पूजा सक्सेना, इंजीनियरिंग असिस्टेंट तरुण श्रीवास्तव एवं दीपक कुलश्रेष्ठ उपस्थित रहे। साथ ही यारा इंडिया से कुशल पाल सिंह (एरिया मैनेजर), शुभम श्रीवास्तव (एरिया एग्रोनॉमिस्ट), अभिनव त्यागी (मार्केटिंग मैनेजर), मानसी खंडेलवाल (मैनेजमेंट ट्रैनी) उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में लगभग 48 किसान भाई उपस्थित रहे।
कुलपति प्रो आशु रानी ने इस अनुबंध के लिए सामुदायिक रेडियो की बहुत प्रशंसा की और बधाई दीं। वही कार्यक्रम की शुरुआत मेँ यारा फ़र्टिलाइज़रस की कार्यशेली और उनके उत्पाद के बारे मेँ विस्तार से डॉ. राजीव मिश्रा (एग्रोनॉमी हेड, यारा इंडिया ) ने बताया। फिर विश्विधालय डीन अकादमिक प्रो संजीव कुमार ने आगरा क्षेत्र मेँ कृषि की बात की और यूनिवर्सिटी के सामुदायिक रेडियो की इस प्रोजेक्ट मेँ उपयोगिता बताई। इसके बाद इस एक वर्ष के अनुबंध मेँ किस प्रकार रेडियो किसान भाइयों तक यारा फ़र्टिलाइज़र के सहयोग और सौजन्य से सही जानकारी और फ़र्टिलाइज़र का सही उपयोग कर कृषि को बढ़ावा दें सकते हैँ, उसके बारे मेँ सामुदायिक रेडियो प्रोग्राम हेड पूजा सक्सेना ने सभी को जानकारी दी। कार्यक्रम मेँ किसान भाइयो ने भी अपने इस प्रोजेक्ट पर सहमति और सुझाव दिए। सामुदायिक रेडियो की इंचार्ज प्रो अर्चना सिंह ने जानकारी देते हुए बताया की इन 12 महीनों मेँ रेडियो टीम यारा विशेषज्ञ के साथ गांव मेँ जाकर जानकारी भी साझा करेंगे और साथ ही छात्रों को भी वालंटियर्स के रूप मेँ जोड़कर सरकार की इस बेहतरीन मुहीम को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।