रामलाल आश्रम में हुई गणगौर पूजा, बैंडबाजे के साथ कराया यमुना भ्रमण

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आश्रम में बुजुर्गों के बीच आस्था, श्रद्धा और उल्लास का दिखा संगम

हर-हर महादेव, माता पार्वती के जयकारों के साथ निकाली शोभायात्रा

आगरा। रामलाल आश्रम में आगरा विकास मंच द्वारा सिकंदरा में गणगौर पूजा का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम गणगौर के जोड़े को श्रद्धा के भाव से विराजमान कराया गया। आश्रम में निवास कर रही सुहागिन बुजुर्ग महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। बैंड-बाजे के साथ भक्ति भाव के साथ हर-हर महादेव, माता पार्वती की जय के उद्घोषों के साथ नाचते-झूमते हुए निकाली गई शोभायात्रा मां यमुना के तट पर पहुंची। जहां गणगौर और साथ में महिलाओं को जयकारों के साथ स्टीमर से यमुना नदी का भ्रमण कराया गया। इसके बाद पुनः आश्रम लाया गया, जहां भक्ति भाव से पूजा-अर्चना संपन्न हुई।

आगरा विकास मंच के अध्यक्ष राजकुमार जैन और संयोजक सुनील कुमार जैन हर वर्ष रामलाल आश्रम में गणगौर उत्सव का आयोजन करते हैं। आश्रम में निवास करने वाली बुजुर्ग माताएं इस दिन का बेसब्री से इंतजार करती हैं। वे भी अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। आयोजन में सभी बुजुर्ग श्रद्धालु पूरे उत्साह के साथ शामिल हुए। इस मौके पर राजकुमार जैन और सुनील कुमार जैन ने आश्रमवासियों को गणगौर पूजा के धार्मिक और पौराणिक महत्व के बारे में बताया कि गण का अर्थ शिव और गौर का अर्थ पार्वती होता है। जब भगवान शिव, देवी पार्वती को ससुराल से विदा करने पहुंचे तो दोनों के पारस्परिक मिलन पर उपस्थित सुहागिन महिलाओं ने उनकी पूजा-अर्चना की और बैंड-बाजे के साथ विदा किया गया। तभी से यह परंपरा चली आ रही है।

श्री जैन ने बताया कि गणगौर पर्व सौभाग्य, प्रेम, और नारी शक्ति का प्रतीक है। यह मुख्य रूप से राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में धूमधाम से मनाया जाता है। इस पर्व में कुंवारी कन्याएं योग्य वर की प्राप्ति के लिए और विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। गणगौर पूजा पारिवारिक प्रेम, समर्पण और सामाजिक समरसता का संदेश देती है।

आगरा विकास मंच का जताया आभार

रामलाल आश्रम के अध्यक्ष शिव कुमार शर्मा ने आयोजन के लिए आगरा विकास मंच का आभार जताया। आश्रमवासियों ने भी राजकुमार जैन और सुनील कुमार जैन के प्रति आभार व्यक्त किया कि वे हर वर्ष सभी बुजुर्गों के साथ त्योहार मनाते हैं और उन्हें सम्मान और स्नेह प्रदान करते हैं।

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