विकास में इतिहास रच रहा आगरा रेल मंडलः तेज प्रकाश

आगरा रेल मंडल में बुनियादी ढांचे का तेजी से हुआ विकास
वर्ष 2024-25 में आगरा मंडल ने कई कीर्तिमान किए स्थापित
आगरा। यात्री सुविधाओं के साथ-साथ रेल के बुनियादी ढांचे में के सुदृढीकरण की दिशा में आगरा रेल मंडल ने उल्लेखनीय प्रगति हासिल की है। मंडल रेल प्रबंधक तेज प्रकाश अग्रवाल के मार्गदर्शन में वित्तीय वर्ष 2024-25 में मंडल ने मथुरा और धौलपुर जंक्शन का यार्ड रिमॉडलिंग, ऑटोमैटिक सिग्नलिंग और पैनल इंटरलॉकिंग से इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कई रिकॉर्ड कायम किए हैं।
ऑटोमैटिक सिग्नलिंग के क्षेत्र में भी आगरा मंडल ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। इस वर्ष 33.35 किलोमीटर ट्रैक पर ऑटोमैटिक सिग्नलिंग का कार्य पूर्ण किया गया। मनियां- धौलपुर और टूंडला-छलेश्वर खंड में यह कार्य संपन्न किया गया। इसके अतिरिक्त 8 स्टेशनों आगरा फोर्ट, जमुना ब्रिज, कुबेरपुर, धौलपुर, पथौली, किरावली, फतेहपुर सीकरी और मिढ़ाकुर स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली स्थापित की गई है। इसके अलावा आगरा फोर्ट, धौलपुर, पथौली, किरावली, फतेहपुर सीकरी और मिढ़ाकुर स्टेशन पर पैनल इंटरलॉकिंग से इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली भी सफलतापूर्वक स्थापित की गई है। मंडल रेल प्रबंधक ने बताया कि आगरा रेल मंडल में रेलवे के बुनियादी ढांचे के विकास के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं। ट्रेनों की समयपालनता में सुधार हुआ है और मालगाड़ियों का परिचालन अधिक सुलभ हुआ है। ऑटोमैटिक सिग्नलिंग कार्य से परिचालन क्षमता में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि आगरा रेल मंडल भविष्य में भी आधुनिक तकनीकों के उपयोग से रेलवे संरचना को और सुदृढ़ और सक्षम बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।