दुनिया में सबसे श्रेष्ठ है भारत का खाद्य तेलः ओम बिडला

आगरा में आयोजित तेल-तिलहन सेमिनार का लोकसभाध्यक्ष ने किया शुभारंभ
हमारी मिट्टी-पानी खाद्य तेलों के लिए अच्छी, जरूरत दुनिया के सामने लाने की
आगरा। दुनिया में भारत का खाद्य तेल सबसे श्रेष्ठ हो। हमें इसकी इतनी खपत बढानी चाहिए। ताकि दुनिया से हमें तेल मंगाना न पड़े, बल्कि हमें कोशिश ये करनी चाहिए कि हम दूसरे देशों को तेल भेज सकें। उक्त विचार लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला ने ताज होटल एंड कन्वेंशन सेंटर में आयोजित 45वें अखिल भारतीय रबी तेल-तिलहन सेमिनार का शुभारंभ करते हुए व्यक्त किए। इस सेमिनार में देशभर से 12 सौ से अधिक तेल व्यवसायी और उद्योगपति शिरकत कर रहे हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिडला ने कहाकि आवश्यकता के मुकाबले हमारे तेल का उत्पादन कम होता है। इसलिए हमें तेल का आयात करना पड़ता है। प्रधानमंत्री लंबे समय से प्रयास कर रहे हैं कि किस तरीके से किसान आत्मनिर्भर बनें। एक समय था जब गांव के तेल की खपत गांव की ढाणी से निकलती थी। वह ग्रामीण स्वावलंबन का एक बड़ा मॉडल था। बदलते समय के साथ बहुत परिवर्तन दुनिया में हुए। इस परिवर्तन के दौर में आप सब चर्चा कर रहे हैं। मंथन कर रहे हैं। विचार कर रहे हैं। इसका अमृत जरूर निकलेगा। देश का किसान आत्मनिर्भर बने। उसकी फसल का उसे उचित मूल्य मिले। उन्होंने कहाकि हम दालों में आत्मनिर्भर बने। समय-समय पर सरकार ने प्रयास बहुत किए। इसके बाद भी आज खाद्य तेल हमें आयात करने पड़ते हैं। यह हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है। हमें इन चुनौतियों का समाधान निकालना होगा। ओम बिडला ने कहाकि हमारा खाद्य तेल सर्वश्रेष्ठ तेल है। हमारी मिट्टी में पैदा होने वाला तेल सबसे बेहतर है।
कहाकि भारत की जलवायु, भारत की मिट्टी, भारत का पानी खाद्य तेलों के लिए सर्वश्रेष्ठ है। जरूरत है तो इसे वैश्विक स्तर पर प्रचारित करने की। इसके लिए हमें रिसर्च करना होगा और दुनिया के सामने लाना होगा। इससे हमारा बाजार बढ़ेगा।
उन्होंने कहाकि आजकल दुनिया में मार्केटिंग का जमाना है। अधिकांश चिकित्सक मानते हैं कि खाद्य तेलों से बीमारियों नहीं होतीं। इम्यूनिटी बढ़ती है। लोकसभाध्यक्ष ने कहाकि आज ये सम्मेलन जिस समय हो रहा है वो भारत का बदलता दौर है। इस बदलते दौर में किसानों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि उनकी फसल को उन्हें उचित मूल्य मिल सके और किसान आर्थिक रूप से मजबूत हो। सेमिनार को केन्द्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल ने भी सम्बोधित किया। इससे पहले आगरा पहुंचे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने तिलहन सेमिनार दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कई लोगों से मुलाकात भी की। लोकसभाध्यक्ष यहां कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
ओम बिड़ला ने वीर शहीदों को अर्पित की श्रद्धांजलि
लोकसभाध्यक्ष ओम बिडला ने सेमिनार में पहुंचने पर सबसे पहले शहीद दिवस पर देश के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहाकि राष्ट्र की स्वतंत्रता सम्मान की रक्षा के लिए अपना बलिदान दिया ऐसे वीरों को मेरा नमन।
तय हो सरसों की एमएसपीः चाहर
सांसद और भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने सेमिनार में किसानों की समस्या को उठाया। उन्होंने कहाकि सरसों की एमएसपी तय की जानी चाहिए। ताकि किसानों को सरसों का सही मूल्य मिल सके।
तिलहन सेमिनार में रखीं ये मांगें
सेमिनार के संयोजक दिनेश राठौर ने इस दौरान छह सूत्रीय मांगें रखीं। इनमें सरसों तेल के उत्पादन में लगे प्लांट धारकों को भी एथेनॉल के समान ही सब्सिडी दी जाए। मध्य प्रदेश और राजस्थान की तरह ही उत्तर प्रदेश सरकार भी तेल तिलहन उत्पादन यूनिट को समान मंडी टैक्स, जीएसटी में छूट और कैपिटल सब्सिडी प्रदान करे। ताकि यहां के किसान और व्यापारी भी राहत पा सकें। इसके अलावा जहां सामान्य इनपुट क्रेडिट 5 प्रतिशत है, वहीं पैकेजिंग पर यह क्रेडिट 18 प्रतिशत हो जाता है। हम सरकार से आग्रह करते हैं कि जो इनपुट क्रेडिट लंबे समय से शेष हैं उनको निर्यात यूनिट की तरह से जमा राशि को मिल धारकों को वापिस किया जाए। सरसों तेल का वितरण सब्सिडी के साथ पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम के तहत किया जाए। साथ ही जिस तरह से सरसों के सीड की तरह से सरसों के तेल और सरसों की खाली की भी एमएसपी ाी सरकार को तय करे। इसके अलावा सोयाबीन सीड का एमएसपी से ऊपर मूल्य किसान को नहीं मिलना चाहिए। इसके लिए सरकार सोयाबीन सीड की प्रोसेसिंग करने वाले प्लांटों को वर्ष के अंत में उनकी टोटल पिसाई के आधार पर एक उचित इंसेंटिव रखे।