उत्तराखंड में टूटा बर्फ का पहाड़, 57 लोग फंसे

अब तक दबे 16 मजदूरों को बर्फ से निकाला गया
सड़क से बर्फ हटाने गए थे, भारी बारिश की चेतावनी
देहरादून। उत्तराखंड के चमोली में शुक्रवार सुबह 8 बजे एवलांच की वजह से 57 मजदूर बर्फ में दब गए। घटना चमोली के माणा गांव में हुई। बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (बीआरओ) की टीम चमोली-बद्रीनाथ हाइवे पर बर्फ हटाने के काम में जुटी थी। उसी दौरान बर्फ का पहाड़ टूटा और मजदूर बर्फ में दब गए। अब तक 16 मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। इन मजदूरों को गंभीर हालत में माणा के पास सेना कैंप में भेज दिया गया है।
चमोली के डीएम संदीप तिवारी ने बताया कि घटनास्थल पर लगातार बारिश और बर्फबारी हो रही है। इसलिए हम हेलिकॉप्टर नहीं भेज पा रहे हैं। आवाजाही मुश्किल है। सेटेलाइट फोन उपलब्ध नहीं हैं, इसलिए हम उनसे बातचीत भी नहीं कर पा रहे हैं। किसी के हताहत होने की कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आईटीबीपी के साथ ही बीआरओ की टीमें मौके पर हैं। मौसम विभाग ने 28 फरवरी की देर रात तक उत्तराखंड में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बीआरओ के कार्यकारी अभियंता सीआर मीना ने कहाकि 57 श्रमिक मौके पर मौजूद थे। तीन से चार एंबुलेंस भेजी गई हैं, लेकिन भारी बर्फबारी के कारण बचाव दल को वहां पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर कहाकि चमोली जिले के माणा गांव के पास बीआरओ द्वारा किये जा रहे निर्माण कार्य के दौरान हिमस्खलन में कई श्रमिकों के दबने का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ। आईटीबीपी, बीआरओ और अन्य बचाव दल द्वारा राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है। मैं भगवान बद्री विशाल से सभी श्रमिक भाइयों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।